रोहतक में 500 एकड़ में बनेगा ‘फुटवियर-लैदर’ कलस्टर : दुष्यंत चौटाला
रोहतक में 500 एकड़ में बनेगा ‘फुटवियर-लैदर’ कलस्टर : दुष्यंत चौटाला
- आईटीआई के युवाओं को भी देंगे फुटवियर इंडस्ट्री की ट्रेनिंग
चंडीगढ़, 18 जुलाई- हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार रोहतक में करीब 500 एकड़ में ‘फुटवियर-लैदर’ कलस्टर बनाएगी ताकि राज्य के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें। रोहतक शहर के आस-पास के आईटीआई संस्थानों के विद्यार्थियों को फुटवियर इंडस्ट्री से जोडक़र ट्रेनिंग भी दी जाएगी ताकि लैदर इंडस्ट्री के उद्योगपतियों को स्थानीय स्तर पर ही कुशल युवा मिल सकें और युवाओं को उनके घर के नजदीक रोजगार हासिल हो सके।
डिप्टी सीएम, जिनके पास उद्योग एवं वाणिज्य विभाग का प्रभार भी है, ने आज यहां एमएसएमई के अधिकारियों व फुटवियर इंडस्ट्री एसोसिएशन के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
श्री दुष्यंत चौटाला ने फुटवियर इंडस्ट्री एसोसिएशन के पदाधिकारियों को बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में उद्योगपतियों को काफी सहूलियतें दे रही है ताकि उनको अपने उद्योग चलाने में कोई परेशानी न हो, इससे स्थानीय युवाओं को भी रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। उन्होंने बताया कि रोहतक में राज्य सरकार करीब 500 एकड़ क्षेत्र में ‘फुटवियर-लैदर’ कलस्टर बनाएगी जिसमें उद्योगपतियों को हर प्रकार से मदद की जाएगी। करीब दो दर्जन उद्योगों के चालू होते ही वहां पर एक साल में कॉमन सर्विस सैंटर बना दिया जाएगा,जिससे उद्योगपतियों को अपने कार्य में आसानी हो सके।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में ‘लैदर-इंडस्ट्री’ के उद्योगपतियों की मदद के लिए लैदर से संबंधित एक सैंटर-ऑफ-एक्सीलेंस भी बनाया जाएगा। एसोसिएशन के पदाधिकारियों की डिमांड पर श्री दुष्यंत चौटाला ने ‘फुटवियर-लैदर’ कलस्टर के पास ही लेबर-हॉस्टल बनाने का आश्वासन दिया ताकि वहां काम करने वाले मजदूरों को रहने व इंडस्ट्री तक आने-जाने में परेशानी न हो।
डिप्टी सीएम श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में राज्य में उद्योग लगाने के लिए निवेशक आगे आ रहे हैं, क्योंकि सरकार ने औद्योगिक-माहौल में सुधार के लिए कई प्रमुख कदम उठाए हैं जिनकी बदौलत हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी हरियाणा को एमएसएमई के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया था। इस क्षेत्र में जहां प्रदेश को राष्टï्रीय स्तर पर तीसरा स्थान हासिल हुआ है, वहीं वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी ‘स्टेट इज ऑफ डुईंग बिजनेस’ के पांचवें संस्करण में हरियाणा को टॉप अचीवर्स कैटेगरी में स्थान मिला है जो कि किसी भी राज्य के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की उद्योगों को अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करने की प्रतिबद्धता के कारण ही हरियाणा की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, ईज ऑफ लॉजिस्टिक्स और एक्सपोर्ट रेडीनेस में उत्कृष्टï रैंकिंग आई है। इसके अतिरिक्त, निर्यात तैयारी सूचकांक (भूमि बंद श्रेणी)-2021 में राज्य को पहला तथा ‘लॉजिस्टिक्स इज एक्रोस डिफरेंट स्टेटस सर्वे’-2021 में दूसरा स्थान मिला है।
इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव श्री विजयेंद्र कुमार, एमएसएमई विभाग की महानिदेशक श्रीमती पी.अमनीत कुमार, एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक श्री विकास गुप्ता, उपमुख्यमंत्री के ओएसडी श्री कमलेश भादु, एचएसआईआईडीसी के चीफ कोर्डिनेटर श्री सुनील शर्मा समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।